वाराणसी, वार्ता: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के हड़ताली रेजिडेंट डॉक्टर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के आश्वासन मिलने के बाद आज अपने का पर लौट आये, जिससे यहां दो दिनों बाद चिकित्सा सेवाएं फिर सामान्य हो गई हैं। बीएचयू के सर सुंदर लाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर ओ पी उपाध्याय ने बताया कि कल देर रात तक हड़ताल कर रहे डॉक्टरों के प्रतिनिधियों के साथ अस्पताल एवं विश्वविद्यालय के प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की कई दौर की वार्ता के बाद आंदोलनकारी डॉक्टरों ने अपने काम पर लौटने का निर्णय किया।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जी़ सी़ त्रिपाठी, चिकित्सा विज्ञान संस्था के निदेशक प्रोफेसर वी के शुक्ला सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने डॉक्टरों को पहले के मुकाबले अधिक सुरक्षा मुहैया कराने एवं आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का अश्वासन दिया है। इसके बाद कल आधी रात से ही हड़ताली डॉक्टर अपने काम पर लौटने लगे।
गौरतलब है कि अस्पताल में गत रविवार को सीनियर डॉक्टर प्रो. मुमताज अंसारी के साथ एक मरीज के तीमारदारों द्वारा दुर्व्यवहार और मारपीट की घटना से नाराज डॉक्टर मंगलवार को अचानक हड़ताल पर चले गए थे, जिससे यहां की चिकित्सा सेवाएं दो दिनों तक लगभग चरमराई रही। हजारों मरीज इलाज नहीं होने से परेशान थे।
आंदोलनकारी डाक्टरों का आरोप है कि प्रो. मुमताज के साथ दुर्व्यवहार करने वालों की गिरफ्तारी करने के बजाये पुलिस लीपापोती करने में जुटी हुई है। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी करने के बजाए डाक्टरों को ही गलत तरीके से फंसा रही है। उनका कहना है कि अस्पताल में डॉक्टरों के साथ अक्सर मारपीट की घटनाएं होने के बावजूद सुरक्षा नहीं बढ़ाई जा रही है, जिससे उनके लिये काम करना मुश्किल हो रहा है।