कोरोना का असर कमल से कमलनाथ तक हुआ है। टेस्ट के लिए कमलनाथ तैयार हैं। कमलनाथ टेस्ट से भाग नहीं रहे हैं। मार्च ने इन्हे कुछ मोहलत दी है। इधर KOVIND-20 और KOVIND-19, भी चर्चा में है। KOVIND-20 ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए नामित किया है।
वैसे रिटायर्ड जज अक्सर कांग्रेसी हो जाते रहे हैं, खैर कोई बात नहीं गोगोई पर हम गर्वित हैं। रामजी लगाए बेड़ा पार..रामनाम की लूट है, लूट लिया जो लूट। राज्यसभा में नामित होने का नम्बर तो मेरा ही था, पर इन दिनों मैं भीड़ भार वाली जगह से बचने की कोशिश कर रहा हूं। इसलिए राज्यसभा मैं नहीं गया।
मैं न्यायविद भले नहीं हूं पर नुक़ताविद अवश्य हूं। मैं भूतपूर्व क्रांतिकारी भी रहा हूं। इस कोरोना के बाद अपनी सत्ता-क्रांति को करीने से सजाऊंगा। तबतक गोलघर के लिए मुझे गोल-गोल ही घूमना पड़ेगा।
नीतीश, मोदी और मास्क दोनों से परहेज़ कर रहे हैं। चुनाव निकट है, बिहार किसी करोना का चुनाव इस बार नहीं करेगा। दिल्ली में हायजनिक-बुर्का का कमाल दिख चुका है। बुर्का का असर बिहार के चुनाव में भी होगा यह तो तय है। नीतीश के पास मौसमी अभियंत्रना का ज्ञान और भान दोनों है। बुर्का एक बचाव है करोना से भी और कमल से भी?
फिलहाल कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। कोरोना-मीडिया तो यूं ही आपका भयादोहन कर रही है। यह मीडिया तो कोरोना को ही बेच खाएगी। मोदी जी का 56 इंच का सीना जबतक हमारे पास है तबतक करोना का बाप भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ेगा। डरने की कोई बात नहीं, देश और दुनिया में बहुत संकट है। बुनियादी सवालों से कई मीटर की दूरी बनाए रखें। इससे पक्ष और विपक्ष दोनों ही सुरक्षित रहेगा। शेष शुभ हो!