बिहार में उपचुनाव के गहमा गहमी के बीच शनिवार को जदयू विधायक सरफराज आलम ने पार्टी से इस्तीफा देकर राजद में आ गए। राजद की सदस्ययता भी ग्रहण कर ली। आपको बता दें कि सरफराज आलम अररिया से राजद सांसद रहे तस्लीमुद्दीन के पुत्र हैं। सांसद तस्लीमुद्दीन की पिछले महीने ही निधन हो गया है। उन्ही की खाली सीट पर उपचुनाव होना है। बता दें कि महागठबंधन के तहत सरफराज आलम अररिया के जोकीहाट सीट से जदयू विधायक चुने गए थे। अब फिर से राजद में वापस आ गए हैं। शनिवार को सरफराज आलम ने विधायक पद से पहले इस्तीफा दिया और राबड़ी देवी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। सरफराज आलम ने मीडिया को बताया कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है और यहां पर औपचारिक मुलाकात के लिए आये हैं।
फिर उन्होंने अचानक राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी की मौजूदगी में राजद की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की। उसके बाद उन्होंने कहा कि पूरी सीमांचल की जनता, हमलोगों पर प्रेसर बनायी हुई है। सबसे ज्यादा प्रेसर उस वक्त हुआ जब इलाजरत तस्लीमुद्दीन साहब के देहांत के बाद पूरी सीमांचल की जनता और मेरी मां कहने लगी कि जिस पार्टी के तस्लीमुद्दीन साहब फाउंडर थे, उसी में आप चले जाइए। उसी की वजह से मैं अपने पुराने घर में वापस आया हूं। मैं जन भावना का आदर करता हूं. जब तक जदयू सेक्यूलर था, तब तक ठीक था. जब गठबंधन टूटा, तब मैंने वापसी की। मैं इतने दिनों तक लोगों की राय सुन रहा था और उसके बाद मैंने इस्तीफा दिया। माना जा रहा है कि सरफराज राजद से अररिया सीट से चुनाव लड़ेंगे।