पंडित हरि प्रसाद चौरसिया ने भारत रत्न पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि खेल के एक बच्चे को यह पुरस्कार देने से इस पुरस्कार की गरिमा कम हुई है। हरि प्रसाद ने सीधे तौर पर सचिन तेंदुलकर का नाम तो नहीं लिया, लेकिन यह बात जगजाहिर है कि उनके निशाने पर सचिन तेंदुलकर ही थे।
जयपुर में आयोजित एक संगीत समारोह में पंडित चौरसिया अपनी प्रस्तुति देने आये थे। उन्होंने मीडिया के साथ बातचीत यह विवादित बयान दिया। हालांकि उन्होंने सचिन तेंदुलकर का नाम नहीं लिया। ज्यादा पूछने पर वे मुस्कुरा कर चले गये।
गौरतलब है कि क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर को वर्ष 2013 में देश के सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था। उस वक्त भी काफी विवाद हुआ था क्योंकि सचिन पहले ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें यह सम्मान दिया गया है। पहले तो खिलाड़ी को भारत रत्न दिये जाने पर सवाल उठाया गया, फिर यह कहा गया कि अगर देना ही है तो पहले मशहूर हॉकी खिलाड़ी ध्यानचंद को यह पुरस्कार दिया जाये।